जेंडर चेंज ऑपरेशन के बाद जीवन की कहानी

हेल्लो निशांत?”“यस, दिस इस निशांत हियर. हु इस स्पीकिंग?”“अरे निशांत!! मैं चेतना बोल रही हूँ यार!”“चेतना? कौन चेतना?”“ओह सॉरी! तू तो मुझे इस नाम से जानता नहीं. यार मैं तेरी रूममेट चेतन.”“चेतन! अबे साले! तुझे २ साल बाद मेरी याद आई है. कहाँ था तू इतने समय से? और मैंने सुना है कि तूने अपना जेंडर चेंज कर लिया है”किसी अच्छे दोस्त की तरह निशांत की आवाज़ में भी एक उत्साह था अपने दोस्त से सालों बाद बात

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